पाठ्यक्रम ( 2014-15 SA2davschoolpemn.org/File/82/Anu acad plan class 4...

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डी.ए.वी.से.पलिक क ि ,पचिम एिेव ,नई दििी 87 का िथी वषय दििी पायम (2014-15) SA1 SA2 भाषा माधुरी भाषा माधुरी १.फैिती िपि (चिकथा ) १०. एक बौना और िकडिारा २.उिटा-पुिटा (कववता ) ११. मौसम (कववता ) ३.अनोखा ढंग १२.आँख मिौनी ४.ममता १३.ितुर चिकार ५.सेर को सवा सेर १४. एक थी वात६.पििी बाररश १५. िोिी के रंग िज़ार ७.िािी का रेडडयो १६. ऐसे भी बिे ८.ककसे-किावत की िुतनया १७. कोयि ९.नानी की नाव ििी १८.खत पि िसको को

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  • डी.ए.वी.से.पब्लिक स्कूि ,पब्चिम एन्क्िेव ,नई दिल्िी – 87

    कक्षा –िौथी ववषय – दिन्किी

    पाठ्यक्रम (2014-15) SA1 SA2 भाषा माधुरी – भाषा माधुरी –

    १.फैिती िप्पिें (चित्रकथा ) १०. एक बौना और िकडिारा

    २.उिटा-पुिटा (कववता ) ११. मौसम (कववता )

    ३.अनोखा ढंग १२.आँख –ममिौनी

    ४.ममत्रता १३.ितुर चित्रकार

    ५.सेर को सवा सेर १४. एक थी स्वातत

    ६.पििी बाररश १५. िोिी के रंग िज़ार

    ७.िािी का रेडडयो १६. ऐसे भी बच्िे

    ८.ककस्से-किावतों की ितुनया १७. कोयि

    ९.नानी की नाव ििी १८.खत पिँुिे स्को को

  • भाषा अभ्यास – भाषा अभ्यास –

    पाठ १ से ९ तक पाठ १० से १८ तक

    पषृ्ठ १ से २९ तक पषृ्ठ ३० से ५६ तक

    व्याकरण कायय – व्याकरण कायय –

    संवाि िेखन , संवाि िेखन ,नारा िेखन

    चित्र वणयन, चित्र वणयन,ववज्ञापन िेखन

    पत्र (अनौपिाररक ,औपिाररक ), पत्र (अनौपिाररक ,औपिाररक ),

    अपदठत गदयांश, अपदठत गदयांश, अनुच्छेि

    अनुच्छेि, डायरी िेखन

  • FORMATIVE ASSESSMENT मिीना पाठ्यक्रम

    I

    अपै्रि-मई

    वर्णमाला - स्वर,व्यंजन भाषा माधुरी - १.फैिती िप्पिें (चित्रकथा ) २.उिटा-पिुटा (कववता ) 3.अनोखा ढंग भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय

    व्याकरर् - संवाि िेखन अनचु्छेि िेखन

    II

    जुिाई-अगस्त

    भाषा माधुरी – पाठ४.ममत्रता ५.सेर को सवा सेर ६.पििी बाररश ७.िािी का रेडडयो’ ८. ककस्से-किावतों की ितुनया ९.नानी की नाव ििी भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय

    अनचु्छेि

    व्याकरण – अनचु्छेि िेखन पत्र िेखन वगय पिेिी

  • FORMATIVE ASSESSMENT मिीना पाठ्यक्रम

    III

    ‘पनुरावतृ्ति’ अर्द्ण वार्षणक परीक्षा

    मसतम्बर –दिसम्बर

    भाषा माधुरी - पाठ १०. एक बोना िकड़िारा ११.मौसम १२.आँख ममिौनी १३.ितरु चित्रकार १४.एक थी स्वातत १५. िोिी के रंग िज़ार भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय

    व्याकरर् - अपदठत गदयांश पत्र िेखन नारा िेखन वगय पिेिी

    IV

    जनवरी –मािय भाषा माधुरी – पाठ१६ ऐसे भी बच्िे. १७. कोयि १८.खत पिँुिे सकको को भाषा अभ्यास- उपरो्त पाठ पर आधाररत व्याकरण कायय

    व्याकरर् – अनचु्छेि िेखन पत्र िेखन अपदठत गदयांश संवाि िेखन नारा िेखन

  • शिक्षर् योजना

  • मिीना ववषय /उपववषय दिन्किी मशक्षण

    अचधगम के उदे्दचय

    मशक्षण ववचध गिृ कायय /कायय प्रपत्र संख्या

    काययकिाप जीवन मूल्य नैततक मूल्य

    FA1

    अप्रैि –मई

    अप्रैि

    मई

    पाठ्यक्रम – भाषा माधुरी- १.फैिती िप्पिें २.उिटा-पुिटा भाषा अभ्यास- पाठ-१,२ पृष्ठ १ -९ व्याकरर् - संवाि िेखन

    वणयमािा – *स्वर *व्यंजन

    भाषा माधुरी – पाठ १ –फैिती िप्पिें *शुद्ध उच्िारण व शुद्ध िेखन का अभ्यास *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय भाषा अभ्यास -*ड़ व ढ़ का शलि प्रयोग *चित्र पर आधाररत कायय

    भाषा की सबसे छोटी इकाई का ज्ञान

    *संवाि शैिी का अभ्यास (मौखखक) *संयु्त व्यंजन का प्रयोग तथा वा्य तनमायण की क्षमता *नए शलिों से पररिय

    *वणों का उच्िारण *चित्रों की सिायता से वणों की पििान कराते िुए मशक्षण कायय करवाया जाएगा|

    *आधे अक्षर वािे शलिों का अभ्यास करते िुए आिशय पाठ –वािन

    -

    *ववदयाचथययों दवारा कक्षा में संवाि ववचध का अभ्यास

    *समयावचध िेकर (१ ममनट में)आधे अक्षर वािे शलि बताना

    -

    *आपसी संबंध कौशि का अभ्यास

    *समस्या समाधान कौशि

    -

    *बड़े-बुजुगों के प्रतत आिर व सम्मान की भावना का ववकास करना|

  • मिीना

    ववषय /उपववषय

    भाषा माधुरी- पाठ -२ उिटा-पुिटा (कवव –भगवती प्रसाि दिवेिी ) *कववता वािन *शुद्ध उच्िारण व िेखन *कववता का भावाथय *कववता में आए पशु –पक्षक्षयों के नामों को छाँटना

    दिन्किी मशक्षण अचधगम के उदे्दचय

    *किानी के माध्यम से ममत्रता का अथय व बातिीत

    *कववता के माध्यम से ववदयाचथययों को िुनौतीपूणय ब्स्थततयों से तनपटने के मिए पे्रररत करना|

    मशक्षण ववचध -

    *िमारे जीवन में ‘चगरने व संभिने ‘का अथय समझाते िुए पाठ को आगे बढ़ाया जाएगा | *कववता के पात्रों के साथ संबंध स्थावपत करते िुए जीवन में इनके मित्व को बताया जाएगा|*दृचय –श्रव्य दवारा मशक्षण

    गिृ कायय/ कायय प्रपत्र

    २-३

    काययकिाप

    *ममत्र /सिेिी के मिए जन्कमदिन का काडय बनाना *िी गई वस्तुओ ंके चित्र से उनके कायों की पििान

    *स्वरचित कववता का तनमायण (मिखखत) *अधरूी कववता को पूरा कीब्जए|(मौखखक )

    जीवन मूल्य

    *आपसी संबंध कौशि का ववकास

    *तनावपूणय ब्स्थतत से तनपटारा *रिनात्मक शब््त का ववकास *िुनौतीपूणय ब्स्थतत का अविोकन एवं तनपटने के उपाय

    नैततक मूल्य

    *जीवन में आए उतार-िढ़ाव को खुिे हृिय से अपनाना |

  • मिीना

    मई

    ववषय /उपववषय

    भाषा अभ्यास –संज्ञा –पररभाषा *संज्ञा शलिों का ियन *समान िय वािे शलि *पंिम वणय का प्रयोग *संयु्त व्यंजन *वा्य तनमायण *अनुच्छेि *ममत्रता का मित्व भाषा माधुरी – पाठ ३.अनोखा ढंग (उमाशंकर जोशी ) *शलिाथय *अनुनामसक शलिों को छाँटना व उच्िारण *मिात्मा गाँधी की ववशेषताएँ

    दिन्किी मशक्षण अचधगम के उदे्दचय

    *भाषा के शुद्ध और स्पष्ट उच्िारण िेतु व्याकरण का ज्ञान *मात्राओ ंकी सिायता से शुद्ध *अपने वविारों की अमभव्यब््त

    *मिात्मा गाँधी का भारतीय संिभय में योगिान

    मशक्षण ववचध

    *भावों और अनुभवों के आधार पर अनुच्छेि िेखन

    *मिात्मा गाँधी के जीवन से जुड़ी कथायों की ििाय

    गिृ कायय / कायय प्रपत्र

    काययकिाप

    *कववता को किानी के रूप में सुनाएँ|(मौखखक ) *संवाि शैिी का अभ्यास

    *कक्षा में मिात्मा गाँधी के जीवन से जुडी कथाओ ंकी ििाय *सूिना िेखन का अभ्यास

    जीवन मूल्य

    *प्रभावपूणय संवाि का ववकास *परस्पर संबंध कौशि का ववकास *िुनौतीपूणय ब्स्थतत का सामना

    *िुनौतीपूणय ब्स्थतत का सामना *प्रभावपूणय संवाि का ववकास

    नैततक मूल्य

    *पशु-पक्षक्षयों के प्रतत पे्रमपूणय व्यविार /सिानुभूततपूणय व्यविार रखें |

    *मिात्मा गाँधी के जीवन से पे्ररणा िेना *अन्कय व्यब््त के मिए संवेिनशीिता

  • FA2

    जुिाई भाषा माधुरी – पाठ ३,४ भाषा अभ्यास- पाठ ३,४

    अनुच्छेि

    *प्रचनोत्तर,अभ्यास

    कायय *पाठ में आए संज्ञा शलिों का ज्ञान

    भाषा अभ्यास –युग्म शलि,िदं्रबबिुं

    भाषा माधुरी – पाठ-४.ममत्रता *ववशेषण –ववशेष्य *शलिाथय *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय *समान अथय वािे शलि *पयाययवािी शलि *संज्ञा ,विन *वा्य तनमायण *अनुस्वार और अनुनामसक चिह्न का प्रयोग

    *बित की आित का ववकास

    *व्याकरणीय बबिुंओ ंकी सिायता से अचधकाचधक अभ्यास

    *मानव जीवन के ववमभन्कन गुणों –अवगुणों पर ििाय

    *वास्तववक उिािरणों दवारा अध्ययन कायय

    -

    *वगय पिेिी *संकेतों बबिुंओ ंदवारा किानी पूरी करना

    *परस्पर संबंध कौशि का ववकास *आत्म –अविोकन

    *िेशभब््त व िेशपे्रम की भावना का ववकास

    *परस्पर संबंध कौशि *िुनौतीपूणय ब्स्थतत से तनपटना *भावात्मक संबंध कौशि

    *जीवन में बित का मित्व और उसके सिी उपयोग का मित्व *जीवन में ममत्रता का मूल्य *सच्िी ममत्रता की पििान *अच्छी संगतत अच्छाई का पररिायक िै |

  • अगस्ि -

    *किानी वािन

    भाषा माधुरी – पाठ ५-.सेर को सवा सेर *िास्य व्यंग्य कथा *शलिाथय ,उिूय शलिों का प्रयोग भाषा अभ्यास – *किानी िेखन

    भाषा माधुरी – पाठ ६- पििी बाररश (कववता ) कवव – सफ़िर िाशमी

    भाषा अभ्यास – *कक्रया ,समान िय वािे शलि *अनुनामसक वािे शलि *मिगं ,युग्म शलि ,विन

    *ववववधता एवं नवीनता की दृब्ष्ट से किानी वािन की ववचध का प्रयोग

    *ववशेषण शलिों का प्रयोग

    *कल्पना-शब््त व चितंन शब््त का ववकास *व्याकरणीय दृब्ष्ट से अभ्यास

    *ताककय क अविोकन क्षमता का प्रयोग *पाठ को रुचिकर बनाते िुए उपयोगी पाठन कायय

    *वतयमान सामाब्जक पररब्स्थतयों के साथ पाठ को जोड़ते िुए पठन – पाठन कायय

    * ताककय क अविोकन क्षमता का प्रयोग

    _

    *किानी तनमायण

    *कागज़ की नाव बनवाना *चित्र पर आधाररत वषाय-ऋतु से

    जीवन में िास्य –व्यंग्य का मित्व

    *समस्या समाधान कौशि

    *अविोकन क्षमता का ववकास

    *कल्पना शब््त का ववकास *जीवन पर आधाररत अनेक ववषम पररब्स्थततयों का सािस से सामना करना

    *अच्छी रुचि का मित्व

    * बुराई पर अच्छाई की जीत *भाई-िारा,मेि –ममिाप का ववकास

    *स्वच्छ वातावरण के प्रतत जागरुकता *जि संग्रिण का मित्व या उपयोचगता

  • भाषा माधुरी – पाठ ७ – िािी का रेडडयो * शलिाथय *सवयनाम *प्रचनोत्तर भाषा अभ्यास - *समान अथय ,विन ,शलि-युग्म *आ का प्रयोग

    * ववववधता एवं नवीनता की दृब्ष्ट से किानी वािन की ववचध का प्रयोग

    *ववशेषण शलिों का प्रयोग

    *अनेक मुिावरों से पररिय कराते िुए अध्ययन कराना

    संबचधत अनुच्छेि

    *परपीड़ा का अिसास

    *आपसी संबंध कौशि *ताककय क अविोकन क्षमता का ववकास

    *आपसी ररचतों में अच्छा व्यविार *भावात्मक संबंध

    *समाज में बड़े – बुजुगो के स्थान का मित्व

  • भाषामधुरी – पाठ ८ – ककस्से किावतों की िुतनया *शलिाथय *पाठ में दिए मुिावरों के ककस्सों का वणयन तथा अन्कय मुिावरों के ककस्सों का वणयन *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय

    भाषा अभ्यास – *कारक शलि *वा्यांश के मिए एक शलि

    भाषा माधुरी – पाठ ९ – नानी की नाव ििी (केवि पढ़ने के मिए )

    * मनोरंजन िेतु छात्रों में उत्सुकता

    *बिपन के ववमभन्कन खेिों की ििाय के साथ पाठ का आरम्भ तथा खेिने से शारीररक तथा मानमसक ववकास पर ििाय

    *खेिों का मित्व

    * िय सदित कववता वािन *शुद्ध उच्िारण पर ववशेष ध्यान

    *अनेक शलिों का उच्िारण व ज्ञान

    *मेरी िािी पर चित्र सदित अनुच्छेि

    *अपने ककसी वप्रयजन पर कववता वािन *अपने छोटे भाई – बिन की कोई पाँि बाि सुिभ बातें कक्षा में सुनाना

    *कोई एक िोकोब््त या मुिावरे पर अमभनय करके बताना *मुिावरा मंथन

    *भावात्मक तथा सामाब्जक संबंध कौशि *परस्पर संबंध कौशि

    -

    *किपन शब््त का ववकास

    * जीवन में िोकोब््तयों का मित्व

    *जीवन में िास्य व्यंग्य का मित्व

  • शसिम्बर- पुनरावृत्ति

    पुनरावतृ्ति FA3

    अक्िूबर

    अर्द्ण

    पुनरावतृ्ति

    वार्षणक

    -

    परीक्षा

    SA-1

  • नवम्बर

    भाषा माधुरी – पाठ१०. एक बौना और िकडिारा *शलिाथय *प्रचनोत्तर भाषा अभ्यास – *नु्ता िगाकर शलि का उच्िारण व िेखन *शलि तनमायण *उपसगय-प्रत्यय *अनुस्वार-अनुनामसक *मिगं,विन, वविोम शलिों का अभ्यास *किानी वािन व िेखन

    *भाषा की रोिकता बढ़ाने में मुिावरों तथा िोकोब््तयाँ का मित्व

    * बौने व्यब््त के बारे में वणयन करते िुए पाठ वािन ,ठंड में िोने िाि को मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत करवाना *दृचय –श्रव्य साधन दवारा मिगं,विन ,वविोम शलिों का अध्ययन

    *उिूय शलिों व नु्ता वािे शलिों के उच्िारण पर ज़ोर

    *परस्पर ररचतों का मित्व *बिनों का परस्पर पे्रम

    *प्रत्येक व्यब््त का समाज में मित्वपूणय स्थान

  • पाठ -११.मौसम (कववता) *कववता वािन *शलिाथय *प्रकृतत के अनेक रूपों का वणयन *प्रचनोत्तर तुकांत वािे शलि *’र’के अनेक रूपों का प्रयोग ,ऋ की मात्रा का प्रयोग *दिन्किी वा्य रिना के अनुसार वा्य तनमायण

    पाठ १२- आँख-ममिौनी (िेखक- मुिकराज आनंि) *शलिाथय *कदठन शलिों का िेखन व उच्िारण *खेि खेिते

    * पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थतत में तनणयय िेने के मित्व पर रोशनी डािना *समय के प्रत्येक क्षण का जीवन में मित्व –इस

    *प्रत्येक मौसम की ववशेषताओ ंका वणयन *मौसम का बििना आवचयक िै,इस पर ििाय

    *िमारे जीवन में खेि सिायक िैं तथा समाज को एक तथा सुदृड रखने में इनका ्या और कैसे योगिान िै,समझते िुए पाठ वणयन िोगा

    -

    *

    * प्रभावपूणय संवाि शैिी का ववकास *ताककय क अविोकन *कल्पना शब््त का ववकास

    *जीवन में िास्य –व्यंग्य का मित्व

    *जीवन में पररवतयन का मित्व जीवन में िोकोब््तयों का मित्व

    *बुराई पर अच्छाई की जीत *भाई-िारा,मेि –ममिाप का ववकास

  • दिसम्बर

    समय बरतने वािी सावधातनयों की

    ििाय *प्रचनोत्तर

    भाषा अभ्यास – *संज्ञा के भेि *कारक चिह्नों का प्रयोग

    भाषा माधुरी - पाठ १३ितुर चित्रकार *शलिाथय *कदठन शलिों का िेखन व उच्िारण भाषा अभ्यास- *मुिावरों का प्रयोग

    पर ििाय

    *कववता का िय सदित वािन

    *पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थततयों का दिम्मत से सामना

    *ववदयािय में पूरे एक वषय में या मिीनों में जो-जो कक्रयाकिाप का िक्र दवारा वणयन

    *अनौपिाररक पत्र का अभ्यास व िेखन

    अपनी रुचि के ककसी एक खेि पर चित्र बनाकर अनुच्छेि मिखना

    *कल्पना शब््त का ववकास *प्रकृतत पे्रम के प्रतत सजगता

    अमभनय क्षमता का ववकास

    भावात्मक तथा सामाब्जक संबंध कौशि *परस्पर संबंध कौशि

    *संवेिनशीिता *ियािुता *दिम्मत से काम िेना ,धयैय रखना जैसे गुणों का ववकास

  • जनवरी FA4

    भाषा माधुरी – पाठ -१५,१६ भाषा अभ्यास – पाठ १५,१६ अपदठत गदयांश अनुच्छेि

    * भाषा माधुरी – पाठ १४ -एक थी स्वातत *शलिाथय *प्रचनोत्तर *अभ्यास कायय

    *भाषा अभ्यास – *संचध,शलि-तनमायण *उपसगय –प्रत्यय का ज्ञान *मिगं ,विन *वा्य-तनमायण *ववशेषण-ववशेष्य *िो वा्यों से सरि वा्य का तनमायण

    व्याकरणीय ज्ञान का अजयन

    *मनोरंजन िेतु छात्रों में उत्सुकता

    *पाठ-शैिी – पत्र के रूप में पाठ तनमायण *”िोिी” त्योिार के बारे में जानकारी व रोिक बातों(किातनयाँ) दवारा ववदयाचथययों का ध्यान पाठ में िगाना *दृचय-श्रव्य साधन दवारा काि,ववशेषण-ववशेष्य समझाना

    *”र” के अनेक रूपों

    * ड,ड़,ढ,ढ़से बने शलिों की वगय-पिेिी को सुिझाना

    *ववमभन्कन राज्यों के ववमभन्कन तरीको से एक िी त्योिार को मनाना-अखडंता,अनेकता में एकता का भाव

    *तनणयय कौशि का ववकास *समस्या

    समाधान कौशि का ववकास *कदठन पररब्स्थतत से साक्षात्कार िोने पर शीघ्र तनणयय

    *आत्मववचवास गुण का ववकास *भाषा का सौंियीकरण (नु्ता िगाकर )

  • पाठ-१५ िोिी के रंग िज़ार *पाठ अनौपिाररक पत्र के रूप में िै –इसका वणयन *शलिाथय –उच्िारण व िेखन *त्योिार पर बरतने वािी सावधातनयाँ –कक्षा में ििाय *इस त्योिार से जुड़े अनेक राज्यों के नाम व कथाएँ भाषा अभ्यास- *काि,विन,शुद्ध वा्य तनमायण,ववशेषण – ववशेष्य,शुद्ध वतयनी वािे शलि

    भाषा माधुरी – पाठ-१६ ऐसे भी बच्िे *शलिाथय

    *किानी िेखन का अभ्यास *संकेत बबिुंओ ंदवारा ववदयाचथययों से किानी तनमायण

    *पाठ के दवारा कदठन पररब्स्थतत में तनणयय िेने के मित्व पर रोशनी डािना *समय के

    के शलिों पर ध्यान िेते िुए

    पाठ विन *पाठ में आए क्रमवार घटनओ ंका ध्यान रखते िुए पाठ विन *उिूय शलिों व नु्ता वािे शलिों के उच्िारण पर ज़ोर

    *पढ़ाई-मिखाई के मित्व पर ििाय करते िुए पाठ-वािन *समाज के ववकास के मिए सभी वगों के मिए

    *संकेत बबिुंओ ंसे किानी पूरी करना *चित्र पर आधाररत अनुच्छेि

    *िोिी-पर रोिक पोस्टर बनाकर उसपर स्िोगन(नारा)

    िेने की क्षमता का ववकास

    *ववमभन्कन राज्यों के ववमभन्कन तरीको से एक िी त्योिार को मनाना-अखडंता,अनेकता में एकता का भाव

    *प्रभावपूणय संवाि शैिी का ववकास *ताककय क अविोकन

    *प्रत्येक व्यब््त का समाज में मित्वपूणय स्थान

  • फरवरी (पुनरावृत्ति )

    *नाट्य –मंिन *प्रचनोत्तर *प्रचनोत्तर

    भाषा अभ्यास – *संयु्त व्यंजन – *र के रूप का प्रयोग *”ऑ” का प्रयोग *ड,ड़,ढ,ढ़से बने शलिों का उच्िारण व शुद्ध िेखन का अभ्यास *अनुस्वार ,अनुनामसक का प्रयोग *मिगं ,मुिावरे *अनौपिाररक पत्र का अभ्यास भाषा माधुरी-पाठ-१७ -कोयल कदठन िब्िार्ण *प्रश्नोतिर *योजक चिह्न

    भाषा अभ्यास – *संज्ञा ,कक्रया ,वविोम ,ववशेषण

    प्रत्येक क्षण का जीवन में मित्व –इस पर ििाय

    *िड़का-िड़की एक समान -इस पर कक्षा में ििाय

    *िय ,िाव भाव व ताि कववता वािन

    *भावषक

    मशक्षा का मित्व बताते िुए पात्र की भूममका का नाट्यमंिन करवाना करवाना

    *जीवन में पक्षी का मित्व बताते िुए कववता –वािन *बिपन की बाि-सुिभ ब्जज्ञासाओ ंका तनवारण करते िुए कववता-वािन कराना

    *मुिावरों का अमभनय दवारा प्रिशयन *वगय–पिेिी *शलि रेिगाड़ी

    *मुिावरों दवारा आत्म – पररिय

    * “मशक्षा के मित्व” पर नारा िेखन *किानी तनमायण *नाट्य-मंिन

    *कल्पना शब््त का ववकास

    *समाज में प्रत्येक जीव का मित्वपूणय स्थान *प्रभावपूणय

    *संवाि आपसी संबंध कौशि का ववकास

    *आत्म-ववचवास में वृवद्ध *समाज में तनडर बनकर रिने की मशक्षा िेना

    *समाज में िसूरों का भिा *प्रकृतत पे्रम को िशायना *प्रकृतत सौंियीकरण के प्रतत सजगता

  • ,विन ,मिगं का अभ्यास

    भाषा माधुरी- पाठ-१८ खत पिुँिे स्को को (केवि पढ़ने के मिए) भाषा अभ्यास- पत्र का अभ्यास

    ज्ञान की वृवद्ध करना *सिज स्वाभाववक ढंग से वविारों का गततमान िोना

    *प्रकृतत पर आधाररत कववता वािन प्रततयोचगता

    अपने अनुभव का किानी के रूप में बताना

    *आसपास के वातावरण से पररिय

    *जीवन के प्रतत सकरात्मक सोि का ववकास