Hindi - HYRHS PDF cover · हैक जैसेह हम परमेर का वचन...

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Transcript of Hindi - HYRHS PDF cover · हैक जैसेह हम परमेर का वचन...

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    प वऽ आ मा के साथ आपका  

    स ब ध कैसा है? 

     

     

     

     

     

    काल एच ःट वस जिूनयर

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    ःवग य काल एच ःट वस जिूनयर सन २००५ तक मेटर मेस व ड आउटर च बा ट मोर, मेर लड के पाःटर थे, और उ ह ने मेन और मैसेचुसे स म संप न सेवकाईय क ःथापना क । सन २००८ म पाःटर ःट वे स क मृ यु के ारा चार दशक म फैली सेवकाई के अ त क िनशानी बनी जसके दौरान बा ट मोर म मैर लड बाइ बल कॉलेज ए ड सेिमनर क ःथापना और “द मेस हॉवर” का वकास हुआ, जो एक एंजेल पुरःकार अ जत रे डयो टॉक शो है जो आज भी उ र अमे रका भर म विभ न मसीह ःटेशन और इंटरनेट के मा यम से सुना जाता है। 

    यह पु ःतका पाःटर ःट वस ारा ूचार कये गए एक संदेश से बनाई गई है। 

     जब तक अ यथा न वःततृ कया जाए, सभी कथन प वऽ शा बाइबल

    से ह। जोर देने के िलए इटैिल स हमार ओर से ह।  

    GRACE PUBLICATIONS 6025 MORAVIA PARK DRIVE 

    BALTIMORE, MD 21206 कॉपीराइट © 1996 

     मेस प लकेशन मेटर मेस व ड आउटर च क एक सेवकाई है।  

    www.ggwo.org  

    ह द अनुवाद का ूकाशन  मेटर मेस नवी मु बई चच  www.vashichurch.com

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    साममी क तािलका  भूिमका. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . ५ 

    अ याय १. . . . . . . . . . . . . . . . .  .  . . . . ७ मसीह लोग कैसे प वऽ आ मा के व चलते ह 

    अ याय २. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . .१२ अनुिचत स ब ध के ारा आ मा को शो कत करना 

    अ याय ३. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . १७ ढ़ व ास के ारा जी वत रहना 

    िनंकष. . . . . .. . . . . . . . . . . . . . . . . १९ 

     

     

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    भूिमका 

    “परमे र का माग िस है; यहोवा का वचन ताया हुआ है; वह अपने सब शरणागत क ढाल है।” (भजन सं हता १८:३०) 

    हमारे जीवन क ू येक बात परमे र के वचन के ारा नापी जाती है। बाईबल एक माप है जसके ारा हमारे सब काय और वचार नापे जायगे। वचन के ारा मसीह के बीमा आसन के सामने जहाँ पर ू येक व ासी के काय का आकंलन कया जाएगा और ईनाम दया जाएगा –  वह ं अन त म हमारा या होगा यह िन त कया जाएगा। 

    एक मु य बात जो बीमा याय आसन पर हमारा इनाम पाना िन त करेगी वह यह होगी क हमने स य को कैसे अपनाया। वचन को महण करना और समझना इस पर िनभर करता है क हम प वऽ आ मा क शु आत के िलए कतने उपल ध ह। प वऽ आ मा ह हमारे दय को छेदता,  हलाता और उनम स चाई को ूकट करता है। ू यह है क,  “आपने कैसे सुना और जो सुना उस वषय पर आपने या कया?” 

    इस पु ःतका म, हम मसी हय ारा क जाने वाली उन चार बात का अवलोकन करगे जो प वऽ आ मा के काम को सीिमत करती ह। यह न सोच क हम प वऽ आ मा क ईशिनंदा (blasphemy)  क बात कर रह ह (यह तब होता है जब एक अ व ासी यीश ु मसीह को अपना उ ारकता मानने से इ कार करता है)। ये चार बात – प वऽ आ मा का अपमान (insulting), वरोध (resisting),  बुझाना (quenching)  और शो कत करना (grieving) – बहुत ग भीर ह। ू येक गलती दसूर क ओर ले जा

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    सकती है और प रणामःव प मसीह क परमे र के साथ चाल म बाधा डालती है। 

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    अ याय एक मसीह लोग कैसे प वऽ आ मा के व चलते ह “तो सोच लो क वह कतने और भी भार द ड के यो य

    ठहरेगा, जस ने परमे र के पुऽ को पाँव से र दा, और वाचा के लोहू को जस के ारा वह प वऽ ठहराया गया था, अप वऽ जाना है, और अनुमह क आ मा का अपमान कया।” (इॄािनय १०:२९)

    “हे हठ ले, और मन और कान के खतना रहत लोगो, तुम सदा प वऽ आ मा का वरोध करते हो। जसैा तु हारे बापदादे करते थे, वैसे ह तुम भी करते हो।” (ूे रत के काम ७:५१)

    “और परमे र के प वऽ आ मा को शो कत मत करो, जस से तुम पर छुटकारे के दन के िलये छाप द गई है।” (इ फिसय ४:३०)

    “आ मा को न बुझाओ।” (१ िथःसिुलनी कय ५:१९) या कभी आपका अपमान हुआ है? या आप क पना कर

    सकते ह क जब आप कसी से बात कर रह ह, और जब आप बोल ह रहे ह, उसी व वह कुछ और करना शु कर देता है? इॄािनय १०:२९ उन लोग क बात बता रहा है ज ह ने अनमुह के आ मा का ‘अपमान’ कया है। यूनानी भाषा म अपमान के िलए जो श द है वह ‘ए यु ॄजो’ है, जसका अथ है – ‘अनादर करना’। जब हम कलीिसया म होते ह और परमे र के वचन के स देश को नह ं सुनते ह, तब हम मसीह का अपमान करते ह। और इसके आगे, हम उस स देश म जो भी कहा जा रहा है उसका ू यु र नह ं देते ह तो यह भी अपमान है। जब हम परमे र के भवन म आते ह तो हम जो सुन रह ह उसम व ास का िमौण करना है (इॄािनय ४:२)। नह ं तो, हम प वऽ आ मा का अपमान कर रहे ह।

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    आपने अनजाने म भी शायद आज प वऽ आ मा का अपमान कया होगा। उदहारण के िलए, क पना क रये क आप कलीिसया क आराधना सभा म बैठे ह। आपक आखँ तो व ा पर लगी हुई ह, और आपका यान कह ं और है। वह भटकता है, फर लौटता है, फर भटकता है और फर लौटता है। प वऽ आ मा के अपमान का यह मतलब है। यह तब होता है जब हम उन सट क वचन को नह ं सुनते, जो प वऽ आ मा क अगुवाई म व ा ारा य कये जा रहे ह।

    इससे आगे बढ़ते हुए, क पना कर क आप कसी आ मा से प रपूण और ूिश त सलाहकार के ारा अपने जीवन क कुछ समःयाओ ंके िलए सलाह ले रहे ह। उसक बात न सुनकर आप प वऽ आ मा का अपमान कर रहे ह, जसके भरोसे उसने आपको बु म ा भर सलाह द ।

    एक दसूरे का अपमान करना एक बात है, पर तु प वऽ आ मा का अपमान एकदम अलग है। हो सकता है क पाःटर गलाितय ५:१९ से यह ूचार कर रहा है क देह क लालसा का एक पहलू यिभचार (fornication) है। फर भी, य द आप िन य करते ह क आप वैवा हक स ब ध के बाहर स ब ध रखगे और उसम बने रहगे, तो यह अपमान है। प ाताप क भट के ारा मा-ूाि अनुभव क जाती है (१ यूह ना १:९)। फर भी, कसी

    को भी अनुमह का यथ उपयोग करते हुए प वऽ आ मा का अपमान नह ं करना चा हए। 

    सुनने के िलए ूो साहन “ जस के कान ह , वह सुन ले क आ मा कलीिसयाओ ं से

    या कहता है:जो जय पाए, म उसे उस जीवन के पेड़ म से जो परमे र के ःवागलोक म है, फल खाने को दूँगा।” (ूकािशतवा य २:७अ) 

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    म कुछ ऐसे हःसे बताना चाहता हँू जहां प वऽ आ मा ने हम सुनने के िलए ूो सा हत कया है। ियमयाह ७:२ के अनुसार जब हम आराधना म जाते ह तो हम सुनने के िलए कहा गया है। यशायाह १:१० और २८:१४ म शासक और ठ ठा करने वाल को सुनने के िलए कहा गया है। ियमयाह २:४ म याकूब के घराने को सुनने के िलए कहा गया है। ियमयाह २२:२९ म परमे र ने पूर दिुनया के िलए घोषणा क , “हे पृ वी, पृ वी, पृ वी, यहोवा का वचन सुन।”  परमे र को यह कहने क आवँयकता उन सब लोग क वज़ह से हुई जो प वऽ आ मा को न सुनने के ारा उसका अपमान कर रहे थे।  परमे र का वचन कहता है,  “हे इसरायल के पवत , 

    सुनो.........”  (यहेजकेल ३६:१),  “हे वेँया,  सुन.........”  (यहेजकेल १६:३५),  “चरवाह –  पासवान – सुनो.........”  (यहेजकेल ३४:७), “सूखी ह डय , सुनो.........” (यहेजकेल ३७:४)।  

    प वऽ आ मा को सुनना कतना आवँयक है। आदम और ह वा ने अदन क वा टका म चलते हुए ूभु क

    आवाज सुनी (उ प ३:८)। ू येक सुबह, जब उसके लोग सुनते ह,  परमे र अपने याय को रोशनी म लाता है, और वह ऐसा करने म कभी चूकता नह ं (सप याह ३:५)। परमे र का वचन सुनने के िलए भीड़ यीश ुपर िगर पड़ थी (लकूा ५:१), और ूभु यीश ुवह बोलता था जो वह पता से सुनता था (यूह ना १२:४९-५०)। 

    अधूर आ ाका रता म न को “हे हठ ले, और मन और कान के खतनार हत लोग , तुम सदा

    प वऽ आ मा का वरोध करते हो। जसैा तु हारे बापदादे करते थे, वैसे ह तुम भी करते हो।” (ूे रत के काम ७:५१) 

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    अब हम यह देखना है क प वऽ आ मा का वरोध करने का या अथ है। प वऽ आ मा का वरोध करने का अथ यह है क प वऽ आ मा जो कहता है उसे सुनना, पर उसके पया त उसके अनुसार न करना। इसम वचन को सुनना तो है, पर तु उसके बाद परमे र को अपने जीवन व ःवभाव का भाग न ःवीकार करने का चुनाव करना है। याकूब १:२२ यह ःप करता है क हम सुनना है और आ ापालन करना है। भजन सं हता १८:४४ बताता है क जसेै ह हम परमे र का वचन सुनते ह,  तुर त उसका आ ापालन करना अित आवँयक है।  

    फर ऐसे भी लोग ह जो परमे र का वचन सुनते ह और उसके आ ापालन का वचार तो करते ह, पर फर उसे पूरा नह ं करते ह। और यह प वऽ आ मा को बुझाना कहलाता है। १ िथ ःसलनुी कय ५:१९ कहता है “प वऽ आ मा को मत बुझाओ।”  हम प वऽ आ मा को तब बुझाते ह जब हम उसक कह बात पर वचार तो करते ह, पर तु फर उसे न करने का िनणय ले लेते ह। यह हो सकता है क कलीिसया क आराधना सभा के बाद हम अपनी कार म बैठकर कसी और वषय पर बात करने लग। इसका ता पय यह नह ं है क हम उस स देश का ख़याल नह ं है;  पर तु हम उसके ूित असंवेदनशील होकर, अपनी यःतताओ ंऔर ूमुखताओ ं म यान लगाकर उसे खो सकते ह। और संभव है क उस समय हमने प वऽ आ मा को बुझा दया। प वऽ आ मा हमारे िलए सीधे ःवग से परमे र क इ छानुसार कुछ लाया, पर तु हमने उसके ूभाव का वचार कए बना उसे छोड़ दया।  

    क पना करो क आग पर कुछ रखा हुआ है, और फर आग बुझ जाती है : हम कहते ह क आग बुझ गई, चाहे धन क कमी से या कसी बाहर ूभाव से। जब लोग परमे र का वचन

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    सुनते ह और उसका ू यु र देना ब द कर देते ह, तो यह प वऽ आ मा को बुझाना है। वे उस पर वचार और मनन तो करते ह, पर तु उसके बाद प वऽ आ मा ने उनसे जो कहा उसे याग देते ह। वे पूर तरह से समा नह ं करते, और प वऽ आ मा ने जो काम शु कया था उसे बुझाने लगते ह। 

    प वऽ आ मा परमे र का वह य व है जो हम स य के बारे म िन र करता है और पता क योजना को ूकट करते हुए हमम काम करता है। उसका स देश ःप होता है, जब वह हमारे आ मा के सम स य क गवाह देता है (रोिमय ८:१६)। इसिलए यह अ यंत आवँयक है क हम उसे अपने अ दर जीवन क ःवांस फँूकने द। जब वह बोलता है तो उसको नज़रंदाज़ करके उसका अपमान न कर। ू येक उस स य पर मनन कर जो वह आपके दय म उजागर करता है। फर उसके ारा द गई मदद को ह का न जानकर अपने मन म उसक आग को जलाए रख। 

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    अ याय दो अनुिचत स ब ध के ारा आ मा को शो कत करना 

    “कोई ग द बात तु हारे मुंह से न िनकले, पर आवँयकता के अनुसार वह जो उ नित के िलये उ म हो, ता क उस से सुनने वाल पर अनुमह हो। और परमे र के प वऽ आ मा को शो कत मत करो,  जस से तुम पर छुटकारे के दन के िलये छाप द गई है। सब ूकार क कड़वाहट, और ूकोप, और बोध, और कलह, और िन दा, सब बैरभाव समेत तुम से दरू क जाएँ। और एक दसूरे पर कृपालु और क णामय हो, और जसेै परमे र ने मसीह म तु हारे अपराध मा कए,  वैसे ह तुम भी एक दसूरे के अपराध मा करो।” (इ फिसय ४:२९-३२) 

    हम प वऽ आ मा को तब शो कत करते ह जब हम अनुिचत स ब ध बनाते ह। बहुत सी समःयाओ ंके पीछे अनुिचत स ब ध होते ह: परमे र के साथ अनुिचत स ब ध, िमऽ के साथ, अपने सहकिमय के साथ, अपने जीवन साथी के साथ, अपने प रवार के साथ। जब एक ववा हत पु ष अपनी अनैितकता म अपनी प ी के िसवा पराई ी से स ब ध बनाता है, तब वह अपने इस काम के ारा मसीह का अपमान करता है; ऐसी प र ःथित के बारे म कहा गया वचन न सुनने के ारा वह प वऽ आ मा का वरोध करता है; वह वचन को अपने ःवभाव का भाग न बनाने के ारा प वऽ आ मा को बुझा देता है; और तब अपने अनुिचत स ब ध के ारा आ मा को शो कत करता है, जो उसके हर एक काम म नाशकारक है।  

      

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    स ब ध को प वऽ रख हम सब क ह ं मौक पर दखुी हुए ह जब हम ूेम और

    दयालुता के कारण कसी को आ मक बढ़ावा देने क कोिशश कर रहे ये। शो कत होना या होता है, यह आपको तब समझ म आता है जब आप कसी ऐसे य को देखते ह जो एक अ छे कलीिसया म परमे र क सेवा करता हुआ आगे बढ़ रहा होता है; और फर एक कोई कावट उसके प रवार म आती है, और वह अचानक से दरू जाने लगता है। उस य क समःयाएं तब शु हु जब उसने अपने जीवन म परमे र के उस काम को जो ‘वह’ करना चाहता था,  उसका अपमान एवं वरोध कया और बुझा दया। आ खरकार वह मसीह क देह के साथ अपने अनुिचत स ब ध से प वऽ आ मा को शो कत करता है।  

    एक व ासी गपशप के ारा गलत स ब ध ःथा पत करके प वऽ आ मा को शो कत करता है। मुँह खुला है, जीभ बड़बड़ा रह है। कोई कुछ कह रहा है और वह सुनता है (य प उसे पता है), और उसका सुनना गलत स ब ध पैदा करता है। बाइबल ःप कहती है क स ब ध को बहुत सावधानी से रखना चा हए। 

    बहुत से लोग ह जो अपने मन म नाराजगी रखते हुए एक दसुरे के ूित चु पी साध लेते ह। इन हर काम म वे आ मा का अपमान,  वरोध,  बुझाना और अतंतः शो कत करते ह और इस ूकार आ मा को दखुी कर देते ह य क उनके स ब ध अनुिचत ह। 

    एक और उदहारण उस य का हो सकता है जो चच म पुनजागिृत के म य म बठैा है, और परमे र का कम जो इस समय उसके आसपास हो रहा है उससे अनिभ य है। इ ह दन म एक र ववार को हमार आराधना सभा के समय सोलह लोग ने ूभ ुयीश ुको महण कया। वह मन म सोचता है क ‘अ छा

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    है’। पर तु फर तुर त वह अपने दोपहर के काम क योजना के वषय म सोचने लगता है। नह ं,  यह उस अ छे से भी बहुत बढ़कर है - यह रवाइवल है, जो परमे र के आ मा क अगुवाई म हो रहा है। पर तु इस य का प वऽ आ मा से अनुिचत स ब ध है और वह रवाइवल के ूित सजग नह ं है। ःवग और ःवगदतू के ारा आन द मनाया जा रहा है और यह य ज द से ज द चच के दरवाजे क ओर जाने क कोिशश कर रहा है। जब लोग के ूाण बचाए जा रह ह तब भी जो य दरवाजे क ओर ज द म बढ़ता है, तब उसक सोच गलत है। यह मुझे बहुत उदास करता है। यीश ुको महण करने के िलए िनमंऽण देने (सा वेशन कॉल) का समय वह है जब हम प वऽ आ मा के काम के ूित पूर तरह से जाग क रहना चा हए। 

    परमे र क मदद को धारण कर “इसिलये परमे र के चुने हुओ ंक ना जो प वऽ और ूय

    ह,  बड़ क णा,  और भलाई,  और द नता,  और नॆता,  और सहनशीलता धारण करो।”  (कुलु ःसय ३:१२) 

    अ यूब के पहले दो अ याय म हम इस ूभु के दास को ूता ड़त होते देखते ह। आसमान के नीचे इस संसार म जो भी बुरा उसके साथ हो सकता था वह सब हुआ। फर भी अ यूब एक बात अ छ तरह जानता था क शतैान क श सीिमत है। इसिलए अ यूब ने अपने वचार म परमे र के वचन के आधार पर स य के ऐसे खूबसूरत बम म ूवेश कया,  जससे उसक सोच के आधार म अनुमह का कोण ूकट हुआ। वह परमे र के अनुमह के अ छे भ डार के जसेै दसूर को अनुमह देता रहा और अपनी अन त क योजना, मकसद और मदद को प रपूण

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    करता रहा। अ यूब क आ मचेतना म सकारा मक इ छाश उसके जीवन म काम करने लगी।  

    अ यूब ने या कया?  उसने अपनी भावनाओ ं म क णा, दयालुता, नॆता या मन क द नता और सहनशीलता को पहन िलया। इ ह के प रणामःव प इतनी क ठन प र ःथित म वजय हुई।  

    आ मा के फल म से ू येक हमारे िलए एक वशेष मतलब रखता है। वे हमम हमार इ छाश के एक खास िनणय के ारा काय शु करते ह। हम िसफ उ ह धारण करना चुनना है। 

    अपने आप को प वऽ देख सबसे पहले, यह बहुत आवँयक है क हम अपने आपको

    ‘प वऽ और ूय’  देख, जसैा क परमे र हम देखता है। इसका अथ यह है क हम उसके ारा अलग और प वऽ कए गए ह क उसका ूेम महण कर सक। हम ूभु के लोग बहुत सार हालात के बीच म,  हमेशा ऐसे खूबसूरत समय पाते ह जनम परमे र हम ‘ ूय’  कहकर पुकारता है। जब हम अपने यःतता भरे कायबम और थकान भर परेशािनय और पर ाओ ं से गुज़रते ह, तब प वऽ आ मा हमारे कान म फुसफुसाता है क हम ‘ ूय’ ह। 

    अरे,  कतना अ छा होता क हम यह समझ सकते क परमे र हम यह बताने म कतना आन दत होता है क वह हमसे कतना ूेम करता है।  

    ज़रा सोिचये कैसे परमे र ने योह ना २१:१५-१८ म पतरस को स बोिधत कया। वह हमसे अभी उतना ह ूेम करता है जतना पतरस से तब करता था। पतरस पीछे हट चुका था; वह मछली पकड़ने के धंधे म वा पस गया और वह िशंय क एक

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    टोली को अपने साथ ले गया। उसका अपने आसपास के लोग पर ऐसा ूभाव था। 

    फर भी,  यीश ु पतरस के पास आया और ूेम म उसे पुनःथा पत कया।  

    ू येक य को ूेम और देखभाल क आवँयकता होती है। हम ःवयं म या दसूर म जो कमजो रयां पाते ह,  उनके बावजदू यान रख क परमे र कतनी स पूणता म हमसे ूेम करता है। इससे पहले क हम उसे अपना उ ारकता महण करते, जब हम पापी ह थे तब वह हमारे िलए मरा। जब ूेम के अयो य को ूेम करने क बार आती है, तो प वऽ आ मा का अपमान,  वरोध, बुझाना और शो कत मत करो। अनुमह के आ मा को अपने म और अपने ारा काय करने दो। यह प वऽ आ मा तु हे वह बु म ा देगा जसक तु हे ू येक स ब ध को शु रख सकने के िलए आवँयकता है। 

     

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    अ याय तीन ढ़ व ास के ारा जी वत रहना 

    वचार और ढ व ास म बहुत अ तर है। वचार पसंद पर आधा रत होता है,  पर तु ढ व ास परमे र के वचन क स चाई पर आधा रत है, जो तु हारे ववेक म जड़ बना लेती है। एक ढ व ास परमे र के ूेम से ूे रत हमारे ववेक म जड़ बनाकर हम जो परमे र का वचन सुनते ह उसम हम उिचत सुनने,  उिचत स ब ध ,  उिचत महण करने,  उिचत ूसार और उिचत वातालाप म ले जाता है। 

    मा टन लथूर ने ूाथना क क उसके जीवन म परमे र क इ छा पूर हो। वह सचमुच म परमे र क सेवा नह ं करना चाहता था, पर तु वह सोचता था क वह धािमक बनना पस द करेगा। एक दन, जब वह और उसका सबसे अ छा िमऽ साथ म चल रहे थे,  बजली िगरने के कारण उसके िमऽ क मृ यु हो गई। लूथर ने चौबीस घ टे के अ दर ह िनणय ले िलया क वह परमे र क सेवकाई करेगा, यहाँ तक क अपने माता पता क इ छा के व जाकर भी। 

    लूथर के मन म प वऽ आ मा के ारा ढ िन य ःथा पत हुआ और आगे जाकर वह परमे र के पीछे चलते हुए दिुनया को बदलने के िलए इःतेमाल कया गया। 

    फलव त होना “म तमु से सच सच कहता हंू,  क जब तक गेहंू का दाना

    भूिम म पड़कर मर नह ं जाता, वह अकेला रहता है पर तु जब मर जाता है, तो बहुत फल लाता है।” (यूह ना १२:२४) 

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    क पना कर य द पाप र हत,  िस परमे र के पुऽ यीश ुमसीह ने इस वचन को कभी पूरा नह ं कया होता। वह अपनी ःवयं क ूवीणता क वजह से ःवग को गया होता। वह सीधे ःवग को जाता और वहाँ अपने पता के साथ हमेशा रहता, ले कन वहाँ उसे अकेले रहना पड़ता। उसक कोई ‘दु हन’  नह ं होती। उसक देह नह ं होती। पर तु इसिलए क उसक देह और दु हन हो, यीश ुमसीह को मरना आवँयक था। 

    इस बारे म वचार कर: यीशु मसीह ने जो जीवन मनुंय के प म जया, उससे हम दोषी ठहराया य क उससे यवःथा क पूित हुई (यूह ना ३:१८-१९)। वह जीवन उसम प वऽ आ मा का जीवन था। यीश ुके जीवन ने न केवल हम दोषी ठहराया, ब क उसके ारा यीश ुके िलए यह भी स भव हुआ क वह हमारे बदले एक ऐसी ू यिधकृत (vicarious) मृ यु मर सका, जो स पूण थी और हमारे सभी पाप का भुगतान क । इसके ारा यह भी स भव हुआ क आप और म प वऽ आ मा को महण कर और उस जीवन को महण कर जो यीश ुमसीह म था। अब केवल हमारे यीश ुपर व ास और उसको अपना उ ारकता महण करने के ारा वह हमारे शर र म उसी जीवन म जी सकता है जसम वह अपने शर र म जया था। इसिलए जो उस पर व ास करते ह, उन पर द ड क आ ा नह ं है (रोिमय ८:१)। 

    परमे र क मज़ पूरा करने क इ छा “जो कुछ मेरे िलये उस ने ठाना है, उसी को वह पूरा करता

    है; और उसके मन म ऐसी ऐसी बहुत सी बात ह।”  (अ यूब २३:१४) 

    “तु हारा बुलानेवाला स चा है, और वह ऐसा ह करेगा।”  (१ िथःसुिलनी कय ५:२४) 

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    जब हम प वऽ आ मा का वह जीवन महण करते ह जसके ारा यीश ुहमारे िलए मरने के यो य हुआ, जब हम यीश ुमसीह का सव म जीवन महण करते ह, हम उसके लहू के ारा धम ठहराए जाते ह। वह जीवन हमम आता है और हमम बना रहता है। हम कोप से बचाए जाते ह। उसक मृ य ु के ारा हमारा िमलाप (reconciliation)  हुआ है। और मेलिमलाप से भी बढ़कर हम उसके जीवन के ारा बचाए गए ह।  

    जो जीवन यीशु म था उसके ारा बचाए जाने म हमारा कतना असाधारण वशेषािधकार है। वह हम अब कोई ऐसा काम करने को नह ं कहेगा जो वह ःवयं नह ं पूरा करेगा। उसका वह जीवन जो उसे पाप करने से रोकता था, हम पाप करने से रोकने के िलए हमम है।  

    यवःथा ने हम पर द ड क आ ा द और यीश ु ने जो जीवन जया उससे भी हम दोषी ठहरे। पर तु जब हम उसे अपना उ ारकता ःवीकार करते ह, तब हम पर द ड क आ ा नह ं है। व ास के ारा अनुमह से हम बचाए गए ह। यह वाकई परमे र क ओर से भट है। ऐसे कोई भी कम नह ं ह जनके ारा हम घम ड कर सक। 

  • २० 

     

     

    िनंकष 

    मसीह होने के नाते हम उन लोग क हालत समझना है जो क भोग रहे ह, चाहे वे क उिचत ह या अनुिचत। उनक आलोचना करने या उनके बारे म फैसला करने के बदले हम प वऽ आ मा क प रपूणता महण कर और जीवन के वचन को अपने मन म परू तरह से समाने और बसने द। जो जीवन यीशु ने जया, वह हमम भी है। 

    व ास क शा त म,  स य क शु ता और परमे र क स यिन ा को ःवीकार करने म,  हम उस ःवभाव के पाऽ और सहभागी होकर जी सकते ह, जो हम इस संसार म मौजदू दषूण से अपने को बचाने म मदद करता है (२ पतरस १:४)।  

    यीश ुमसीह अपनी पूर प वऽता म हमारे पास आकर कहता है,  “ या म तु हारे हाथ ले सकता हँू?  या म तु हार आँख ले सकता हँू?  या म तु हारे कान, तु हारे पैर, और तु हारा मन ले सकता हँू? म तु हार मानवता उधार लेना चाहता हँू।” 

    काश हमारा उ र यह हो: “हाँ ूभु, आप यह सब ले सकते ह। और य द म इन चीज़ को फर कभी वा पस ले लू,ं तो कृपा करके वा पस फरने म मेर मदद क रएगा। आपके अनुमह और क णाओ ं के ारा, म अपना शर र आज और हर दन जी वत बिलदान के िलए सम पत करता हँू।”   

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    परमे र सच म तु हार परवाह करता है 

    यीशु तुमसे गहरा ूेम करता है। बहरहाल, यह त य क सभी ने पाप कया है, हम परमे र से अलग करता है (रोिमयो ३:२३; ६:२३)। फर भी,  परमे र तु हारे िलए परवाह करता है और वह अपना ूेम तु हारे साथ बाँटने के िलए एक तर का ूदान करता है। 

    इ सान के िलए यीशु मसीह का ूेम इतना महान था क वह आया और मानव जाित के सभी पाप के िलए बूस पर मरा। उसने तु हारे िलए अपना लहू बहाया जससे तुम मा पा सको और अन त जीवन पाओ। 

    इकलौती चीज जो वह तुमसे माँगता है क तुम साधारण व ास म अपनी ओर उसके च रऽ और ूेम पर भरोसा करते हुए और उसे अपने उ ारकता के प म ःवीकार करते हुए, उसके पास आओ। “जो कोई भी ूभु के नाम को पुकारेगा, वह बचाया जाएगा।” (ूे रत के काम २:२१) 

    बस ूाथना कर,  “ ूय यीश,ु म जानता हँू क म एक पापी हँू। म तु ह अपने य गत उ ारकता के प म ःवीकार करता हँू। मुझे इतना ूेम करने के िलए ध यवाद क तुमने मेरे िलए जान द जससे म तु हारे साथ अन त जीवन बता सकता हँू, आमीन।” 

    वह वादा करता है क वह कभी तु हे ूेम करना बंद नह ं करेगा और न ह वह कभी तु ह छोड़ेगा या यागेगा (इॄािनय १३:५)। बाइ बल पढ़ने, ूाथना करने, और एक अ छे बाइबल पर व ास करने वाले चच म भाग लेने के ारा उसके साथ अपने संबंध का वकास कर। 

    अिधक जानकार के िलए संपक कर: मेटर मेस नवी मु बई चच वेबसाइट: www.vashichurch.com 

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    ह द अनुवा दत संःकरण के वषय म 

    इस पु ःतका क आ मक जीवन म क मत को यान म रखते हुए मेटर मेस नवी मु बई चच क ट म के सदःय के योगदान से इसका अनुवाद और ूकाशन कया गया है। ःथानीय तौर पर अिधक जानकार के िलए आप हम संपक कर सकते ह: 

    मेटर मेस नवी मु बई चच   (GGNMC) वाशी, नवी मंुबई, भारत + (91) 97020 81387 ई-मेल: [email protected] वेबसाइट: www.vashichurch.com  

    आ मक परामश के वषय म : www.vashichurch.com       

    मेटर मेस कलीिसया के विभ न ःथान पर चच, ूाथना सभाएं, बाइबल ःकूल, यूथ सेवकाई, काउ सेिलंग सेवकाइयां ह कृपया जानकार के िलए संपक कर : 

    मंुबई एवं उ र भारत : www.ggfmumbai.org बगलु एवं द ण भारत : www.ggfblr.org 

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    पाःटर काल एच ःट वस क ह द पु ःतकाओ ंक सूची :  

    बस परमे र को ःवयं से ूेम करने दो ूित दन भोर म परमे र से मुलाक़ात परमे र से खुलकर महण करो प वऽ आ मा से तु हारा स ब ध कैसा है बीमा याय आसन: दःुख या आन द म ूःतुित िसंहासन के श द सा जश का उ थान  

     

     

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